Depression Meaning In Hindi, Noun Some Important Facts, Symptoms in Children and Adolescents and Happen (Causes of Depression) & FAQs

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Depression Meaning In Hindi:- आप कभी कभी अपने आप को दुखी पाते हैं, या लो महसूस करते हैं, या कई बार आप अपनी दैनिक गतिविधियों में कोई रूचि नहीं दिखाते, ये सब हमारे लिए काफी परिचित लक्षण होते हैं और किसी-किसी कारण से ऐसा होना काफी हद तक स्वाभाविक होता है। परन्तु जब ये लक्षण (Depression Symptoms in Hindi) स्थायी हो जाते हैं और हमारे जीवन को बुरे से प्रभावित करते हैं, तब उस स्थिति को डिप्रेशन या अवसाद (Depression Meaning in Hindi) कहते हैं।

डिप्रेशन कोई कमजोरी नहीं होती कि आप आसानी से इससे बाहर आ जाएँ, इसके लिए आपको उचित और लम्बे उपचार की आवश्यकता होती ही है। यदि आपको लगता है कि डिप्रेशन या अवसाद का कोई इलाज नहीं है तो निराश न हो, इसके लिए हम बता दें कि बहुत सारे लोग जो डिप्रेशन का शिकार होते हैं वे लोग दवाइयों और साइकोथेरेपी और दोनों के साथ बेहतर महसूस करते हैं। आइये जानते हैं क्या होता है डिप्रेशन या अवसाद।

Noun

  • दबाव
  • मंदी
  • निराशा
  • उदासी
  • विषाद
  • गड्ढा
  • ग्लानि
  • न्यूनता
  • गढ्ढा
  • शक्तिहीनता
  • बेदिली
  • अवनमन

Some Important Facts: Depression Meaning In Hindi

  1. अवसाद पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है।
  2. यह काफी आम समस्या है जो 20 में से 1 हिंदुस्तानी को है।
  3. अवसाद के लक्षण बच्चों, किशोरों और वयस्कों में अलग अलग हो सकते हैं।
  4. इलाज न किये जाने पर यह कई महीनों तक या कई सालों तक रह सकता है।
  5. इलाज के साथ इसके लक्षणों में कुछ ही हफ़्तों में सुधार दिखाई पड़ता है।

Depression Meaning in Hindi – क्या होता है डिप्रेशन या अवसाद?

डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद के नाम से जाना जाता है। यह एक प्रकार का मूड डिसॉर्डर होता है जो बहुत ही आम है। चिकित्सकों के अनुसार नकारात्मक बीमारी है जो आपके सोचने की क्षमता, आपके कार्य करने की क्षमता को बुरे से प्रभावित करती है। यह विभिन्न भावनात्मक और शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है और आपके कार्य करने और घर पर काम करने की व्यक्ति की क्षमता को कम कर सकता है। अलग अलग लोग विभिन्न तरीकों से डिप्रेशन का अनुभव करते हैं। डिप्रेशन के परिणामस्वरूप आप अपना समय बर्बाद कर सकते हैं और आपकी उत्पादकता कम हो सकती है। बहुत बार डिप्रेशन आपकी पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों को भी प्रभावित कर सकता है। डिप्रेशन या अवसाद के कारण जो स्थिति खराब हो सकती है उनमें शामिल हैं:

  1. गठिया
  2. दमा
  3. हृदय रोग
  4. कैंसर
  5. मधुमेह
  6. मोटापा

Symptoms of Depression

यद्धपि किसी व्यक्ति के जीवन में डिप्रेशन एक बार ही होता है, पर यह कई एपिसोड्स में हो सकता है। इन एपिसोड्स में डिप्रेशन के लक्षण दिन भर रहते हैं और बहुत बार हर दिन रहते हैं, जिनमे निम्न शामिल हैं:

  1. उदासी की भावना के साथ आंखों में आँसू, अकेलापन और निराशा
  2. छोटी छोटी बातों पर गुस्सा होना, चिड़चिड़ाहट के साथ निराशा की भावना
  3. सामान्य क्रियाओं में रुचि न लेना जैसे – सेक्स, हॉबी या किसी खेल में
  4. सही से नींद न आना, जिसमे अनिद्रा और बहुत देर तक सोना शामिल हैं
  5. थकान और ऊर्जा में कमी होना, छोटे से कार्य के लिए अधिक प्रयास करना
  6. भूख न लगना और वजन का घट जाना या किसी भोजन की लालसा और वजन बढ़ जाना
  7. चिन्ता, व्याकुलता और बेचैनी होना
  8. सोचने, बोलने और शारीरिक गतिविधियों में कमी आ जाना
  9. अपने को अयोग्य या दोषी महसूस करना, पुरानी विफलताओं के लिए अपने को दोषी मानना
  10. सोचने, ध्यान केंद्रित करने, याद रखने और निर्णय लेने में परेशानी होना
  11. मृत्यु के ख्याल आना या आत्महत्या का बार बार प्रयास करना
  12. अस्पष्ट शारीरिक समस्याएं, जैसे पीठ दर्द या सिरदर्द

डिप्रेशन के शिकार कुछ लोगों में, इसके लक्षण इतने गंभीर होते हैं कि वो उनकी दिनचर्या में दिखने लगते हैं, और बाधा उत्त्पन्न करने लगते हैं जैसे काम में, स्कूल में या सामाजिक कार्यों इत्यादि में। कुछ लोग अत्यधिक दुःख का अनुभव करने लगते है और उन्हें इसका कारण भी पता नहीं होता। यहां हम ये बता दें कि डिप्रेशन के लक्षण बच्चो और बड़ों में अलग अलग होते हैं जो इस प्रकार हैं।

Symptoms in Children and Adolescents: Depression Meaning In Hindi

वैसे तो बच्चों और वयस्कों में अवसाद के लक्षण एक समान ही होते हैं परन्तु इन लक्षणों में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है, जो इस प्रकार है:

  1. छोटे बच्चों में लक्षणों में ये शामिल हैं – उदासी, चिड़चिड़ाहट, अत्यधिक भावुक होना, चिंता, दर्द और पीड़ा, स्कूल जाने से इनकार करना, या कम वजन होना।
  2. किशोरों में लक्षणों में ये शामिल हैं – दुःख, चिड़चिड़ाहट, नकारात्मकता और अपने को बेकार महसूस करना, क्रोध, खराब प्रदर्शन या स्कूल में खराब उपस्थिति, मनोरंजक दवाओं या शराब का उपयोग करके, अधिक खाना या सोना, आत्म-हानि, सामान्य गतिविधियों में अरूचि होना, और सामाजिक बातचीत से बचना।

Symptoms in Adults

बढ़ती उम्र के साथ डिप्रेशन सामान्य नहीं होता और न ही इसे हल्के में लेना चाहिए। दुर्भाग्यवश, वयस्कों में अवसाद अक्सर उतनी आसानी से पहचान नहीं आता और न ही उपचार किया जाता, यहां तक कि वे इसके लिए मदद लेने के लिए अनिच्छुक महसूस कर सकते हैं। वयस्कों में अवसाद या डिप्रेशन के लक्षण अलग-अलग या कम स्पष्ट हो सकते हैं, जैसे कि:

  1. याद रखने में परेशानी होना और व्यक्तित्व में परिवर्तन।
  2. शरीर में दर्द होना।
  3. थकान, भूख न लगना, सोने में परेशानी होना और सेक्स में आनन्द न लेना।
  4. अक्सर नयी चीजों को करने या सामाजिक होने की जगह घर में अकेले रहना।
  5. आत्महत्या की सोच या भावना रखना, ऐसा ज्यादातर वृद्ध मनुष्यों में होता है।

Due to Depression

डिप्रेशन या अवसाद के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। Early Childhood Trauma, अवसाद का कारण हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ घटनाएं शरीर को डर और तनावपूर्ण परिस्थितियों के प्रति प्रतिक्रिया करने के तरीके को प्रभावित करती हैं। कुछ लोग अपने आनुवंशिकी के कारण अवसाद विकसित करते हैं। यदि आपका अवसाद (Depression in Hindi) या किसी अन्य मूड डिसऑर्डर का पारिवारिक इतिहास है, तो आप इस प्रकार के डिसॉर्डर को विकसित करने की अधिक सम्भावना रखते हैं।

डिप्रेशन के कुछ सामान्य कारण:

  1. मस्तिष्क संरचना: यदि आपके दिमाग का आगे का लोब कम सक्रिय है तो आपको अवसाद (Depression Meaning in Hindi) का जोखिम अधिक होता है
  2. चिकित्सीय स्थितियां: कुछ medical conditions जैसे पुरानी बीमारी, अनिद्रा, पुराना दर्द, या अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसॉर्डर
  3. शराब और दवाओं का दुरूपयोग
  4. आत्म-सम्मान की कमी या आत्म-आलोचनात्मक होना
  5. मानसिक बीमारी का व्यक्तिगत इतिहास
  6. कुछ दवाएं भी डिप्रेशन (Depression in Hindi) का कारण हो सकती हैं
  7. तनावपूर्ण घटनाएं, जैसे किसी प्रियजन की मृत्यु, आर्थिक समस्याएं, या तलाक

Depression Meaning In Hindi: How does Depression Happen (Causes of Depression)

इसके पीछे कोई सटीक जवाब नहीं है और अभी तक ये स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा सका है कि डिप्रेशन किस कारण से होता है, क्योकि किसी व्यक्ति को चिंता होना सामान्य है और वो किसी भी वजह से हो सकती है। विशेषज्ञो का मानना है कि एक व्यक्ति के डिप्रेशन में आने के पीछे कई चीज़ों की अहम भूमिका होती है।

जैसे: अपने भविष्य को लेकर जरुरत से ज्यादा ही सोचना, व्यवसाय में घाटा होना, काम का दबाव, किसी नज़दीक़ी की मृत्यु, अच्छी नौकरी न होना या नौकरी चले जाना, ब्रेकअप होना या शादी का टूट जाना जैसे अन्य बहुत सी वजहों को लेकर एक व्यक्ति जरुरत से ज्यादा सोच कर डिप्रेशन में जा सकता है। काफी बार देखा गया है की हम जिस चीज को लेकर चिंता कर रहे है वो असल में चिंता की वजह है ही नहीं, या चिंता की वजह असल में कोई और ही है इसलिए जब भी आप चिंतित हो या आपको डिप्रेशन के लक्षण देखे तो सबसे पहले उसके पीछे असली वजह क्या है उसका पता करें।

Depression

  • अवनमन (avanaman)
  • अवसाद (avasad)
  • उदास करना (udaas karna)
  • उदासी (udasi)
  • उदासी (udaasi)
  • गड्ढा (gaddha)
  • गढ्ढा (gadhdha)
  • ग्लानि (glaani)
  • दबाना (dabaana)
  • दबाव (dabaav)
  • दबाव (dabav)
  • धीमा करना (dheema karna)
  • नीचा करना (neecha karna)
  • परिखेद (parikhed)
  • विषाद (vishaad)
  • हतोत्साह करना (hatotsaah karna)

FAQs on Depression Meaning In Hindi

डिप्रेशन का मतलब क्या होता है?

अवसाद या डिप्रेशन का तात्पर्य मनोविज्ञान के क्षेत्र में मनोभावों संबंधी दुख से होता है। इसे रोग या सिंड्रोम की संज्ञा दी जाती है। अधिकतर यह अवस्था व्यक्ति के प्रेम संबंध को लेकर गंभीर होती है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में अपने जीवन साथी के प्रति बहुत अधिक लगाव प्रमुखता या इसका सबसे बड़ा कारण होता है।

डिप्रेशन के लक्षण क्या होते हैं?

डिप्रेशन के लक्षण (Symptoms of Depression):

व्यक्ति हमेशा स्वयं उलझन में एवं हारा हुआ महसूस करता है। -अवसाद से ग्रस्त व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है। -किसी भी कार्य में ध्यान केन्द्रित करने में परेशानी होती है। -अवसाद का रोगी खुद को परिवार एवं भीड़ वाली जगहों से अलग रखने की कोशिश करता है।

डिप्रेशन में आदमी क्या क्या करता है?

सोचने, ध्यान केंद्रित करने, निर्णय लेने और चीजों को याद रखने में परेशानी महसूस होना. बार-बार मृत्यु का विचार आना, आत्महत्या के विचार आना और कोशिश करना. बिना किसी कारण सिरदर्द और कमर दर्द महसूस होना. डिप्रेशन बढ़ती उम्र का सामान्य हिस्सा नहीं है।

डिप्रेशन कितने समय तक रहता है?

हर शख्स दिन में कई बार या हर दूसरे दिन किसी न किसी बात को लेकर कुछ वक्त के लिए उदास हो सकता है। इसका यह कतई मतलब नहीं कि वह डिप्रेशन में है। यह उदासी आती है और फिर कुछ समय बाद चली भी जाती है। अगर यह उदासी हर दिन में लगातार 10-15 घंटों से ज्यादा बनी रहे और यह क्रम कम से कम 14-15 दिनों तक चले।

ज्यादा सोचने से कौन सी बीमारी होती है?

ओवरथिंकिंग जब हद से ज्यादा बढ़ जाए तो इसे मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा जाता है. जब कोई व्यक्ति छोटी सी बात को भी लंबे समय तक सोचने लगे तो यह ओवरथिंकिंग कहलाती है. किसी भी काम को करने या फैसला लेने से पहले लोग सोचते हैं, जो सही भी है।

एक ही बात बार बार सोचने से क्या होता है?

काफी ज्यादा स्ट्रेस देखने को मिलता है. -बार-बार एक जैसे विचार रात में सोने में परेशानी खड़ी कर सकते हैं. -किसी भी एक चीज पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है. -इससे एंजाइटी, डिप्रेशन और यहां तक की खुद के बारे में ही बुरा सोचने तक की नौबत आ सकती है।

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